💾 Computer Storage Capacity
🔍 Introduction:
आज के डिजिटल युग में हम अपने कंप्यूटर, मोबाइल और अन्य डिवाइसेज़ में ढेर सारी फाइलें, फोटो, वीडियो, ऐप्स और डॉक्युमेंट्स सेव करते हैं। इन सबको सेव करने के लिए हमें ज़रूरत होती है Storage की। लेकिन कितनी स्टोरेज? कैसे मापें? यही समझने के लिए हमें जानना चाहिए – Storage Capacity (स्टोरेज क्षमता) क्या होती है।
📌 Storage Capacity क्या होती है?
Storage Capacity का मतलब है – किसी भी डिवाइस, जैसे हार्ड डिस्क (Hard Disk), पेन ड्राइव (Pen Drive), मेमोरी कार्ड (Memory Card), या मोबाइल फोन आदि में डाटा (Data) सेव करने की अधिकतम क्षमता।
यह क्षमता Bytes (बाइट्स) में मापी जाती है और इसके कई यूनिट्स (Units) होते हैं।
📏 Storage की मापन इकाइयाँ (Measurement Units of Storage)
यूनिट | Full Form | Byte में |
---|---|---|
1 Bit | Binary Digit | 0.125 Byte |
1 Byte | - | 8 Bits |
1 KB | Kilobyte | 1024 Bytes |
1 MB | Megabyte | 1024 KB |
1 GB | Gigabyte | 1024 MB |
1 TB | Terabyte | 1024 GB |
1 PB | Petabyte | 1024 TB |
1 EB | Exabyte | 1024 PB |
-
एक High Quality फोटो ≈ 2 MB
-
एक Full HD मूवी ≈ 2 GB
-
एक 1 TB Hard Disk ≈ 1000 GB की स्टोरेज क्षमता रखती है
🖥️ प्रमुख Storage Devices और उनकी क्षमता
Device | सामान्य क्षमता |
---|---|
Floppy Disk | 1.44 MB |
CD | 700 MB |
DVD | 4.7 GB |
Pen Drive | 4 GB से 1 TB |
Hard Disk | 160 GB से 10 TB |
SSD | 128 GB से 4 TB |
Memory Card | 2 GB से 1 TB |
Cloud Storage | Unlimited (Plans के अनुसार) |
⚙️ Types of Storage – स्टोरेज के प्रकार
1️⃣ Primary Storage (प्राथमिक स्टोरेज)
यह CPU के सबसे पास होती है, जैसे RAM और Cache Memory। यह Temporary होती है।
2️⃣ Secondary Storage (द्वितीयक स्टोरेज)
यह Long-Term Data को सेव करने के लिए होती है, जैसे Hard Disk, SSD, Pen Drive आदि।
3️⃣ Cloud Storage
यह इंटरनेट पर आधारित स्टोरेज है जैसे Google Drive, Dropbox, iCloud आदि। इसमें डेटा को कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है।
🔐 Storage और Security
जैसे-जैसे स्टोरेज बढ़ती है, डेटा की सुरक्षा (Data Security) भी ज़रूरी होती है। बड़े डेटा को पासवर्ड, एन्क्रिप्शन और बैकअप के ज़रिए सुरक्षित किया जाता है।
✅ निष्कर्ष (Conclusion)
Storage Capacity कंप्यूटर और मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए एक जरूरी तकनीकी जानकारी है। अगर आपको सही यूनिट्स और डिवाइसेज़ की जानकारी है, तो आप अपने डाटा को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।
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