📌 Introduction
आज के डिजिटल युग में कंप्यूटर का उपयोग हर व्यक्ति कर रहा है, लेकिन इसके साथ ही साइबर खतरों का खतरा भी बढ़ गया है। इन्हीं खतरों में से एक है कंप्यूटर वायरस। यह पोस्ट आपको कंप्यूटर वायरस की पूरी जानकारी देगी — क्या है कंप्यूटर वायरस, इसके प्रकार, लक्षण, और बचाव के उपाय।
💻 कंप्यूटर वायरस क्या है?
कंप्यूटर वायरस एक प्रकार का मैलवेयर (Malware) होता है जो आपके कंप्यूटर, मोबाइल या अन्य डिवाइस को नुकसान पहुँचाने के लिए डिज़ाइन किया गया होता है। यह प्रोग्राम खुद को अन्य फाइलों या सॉफ़्टवेयर में कॉपी कर लेता है और सिस्टम को धीमा कर देता है, डेटा को नुकसान पहुँचाता है या चुराता है।
🔎 Virus का पूरा नाम: Vital Information Resources Under Siege
🧬 कंप्यूटर वायरस के प्रकार (Types of Computer Viruses in Hindi)
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Boot Sector Virus:
यह वायरस कंप्यूटर के बूट सेक्टर को प्रभावित करता है और सिस्टम स्टार्टअप पर ही एक्टिव हो जाता है।
📌 उदाहरण: Michelangelo, Stone -
File Infector Virus:
यह वायरस .exe या .com फाइलों में छिपकर एक्टिव होता है।
📌 उदाहरण: CIH, Sasser -
Macro Virus:
यह वायरस माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, एक्सेल जैसी एप्लिकेशन की मैक्रो स्क्रिप्ट में होता है।
📌 उदाहरण: Melissa, Concept -
Polymorphic Virus:
यह वायरस हर बार खुद को बदलता है जिससे इसका पता लगाना मुश्किल होता है।
📌 उदाहरण: Storm Worm -
Resident Virus:
यह वायरस RAM में खुद को इंस्टॉल कर लेता है और लगातार सिस्टम को प्रभावित करता है।
📌 उदाहरण: Randex, CMJ -
Worm और Trojan:
ये वायरस की तरह होते हैं लेकिन ये खुद को फैलाने के लिए ट्रिक या लिंक का इस्तेमाल करते हैं।
⚠️ कंप्यूटर वायरस के लक्षण (Symptoms of Virus Attack)
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कंप्यूटर बहुत धीमा हो जाता है
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फाइलें अपने आप डिलीट हो जाती हैं
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अनजान सॉफ्टवेयर या पॉपअप खुलते हैं
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सिस्टम बार-बार क्रैश करता है
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हार्ड डिस्क से अजीब आवाज़ें आना
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इंटरनेट स्पीड अचानक कम हो जाना
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प्रोग्राम्स अपने आप बंद या ओपन होना
🛡️ कंप्यूटर वायरस से बचाव के उपाय (How to Protect Your Computer from Virus)
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अच्छा एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें
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जैसे Quick Heal, Norton, McAfee आदि।
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सिस्टम को नियमित रूप से अपडेट करें
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Windows Update और Antivirus Update ज़रूरी हैं।
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अनजान लिंक और अटैचमेंट्स से बचें
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Email, WhatsApp या वेबसाइट के लिंक पर क्लिक करने से पहले सोचें।
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USB ड्राइव स्कैन करें
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किसी भी पेन ड्राइव या हार्ड ड्राइव को स्कैन करना ना भूलें।
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बैकअप रखें
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अपने डाटा का नियमित बैकअप रखें ताकि वायरस से नुकसान ना हो।
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फायरवॉल और सिक्योर ब्राउज़िंग का प्रयोग करें
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